ये 8 प्रोस्टेट के लक्षण हो सकते हैं कैंसर का संकेत!

 

प्रोस्टेट के लक्षण

प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला सबसे आम कैंसर है। भारत में पाये जाने वाले कैंसर के टॉप 10 मामलों में प्रोस्टेट कैंसर भी शामिल है। दरअसल, अक्सर शुरुआती दौर में लोग प्रोस्टेट के लक्षण को नजरअंदाज करते हैं। उनकी यही अनदेखी उन्हें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार बना देती है। वैसे तो 65 साल से ज्यादा उम्र वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर की समस्या अधिक पायी जाती है लेकिन आजकल 35-44 साल के पुरुष भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।

प्रोस्टेट कैंसर

क्या होता है प्रोस्टेट कैंसर?

प्रोस्टेट ग्लैंड पुरुषों के रिप्रोडक्टिव सिस्टम का एक महत्वपूर्ण अंग है। ये मूत्राशय के नीचे अखरोट के आकार की होती है और इसका काम होता है पुरुषों के स्पर्म को सुरक्षित रखना और उसे पोषण देना। जब इसी प्रोस्टेट ग्लैंड की स्वस्थ कोशिकाएं बदल जाती हैं और अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं तो प्रोस्टेट कैंसर की शुरुआत होती है।

8 प्रोस्टेट के लक्षण जो करते हैं कैंसर की तरफ इशारा

  • पेशाब के निकलने में तकलीफ होना
  • पेशाब की धार का बहुत ज्यादा धीमा होना
  • रात के समय बार-बार पेशाब आना
  • ब्लैडर को पूरी तरह से खाली करने में परेशानी होना
  • पेशाब करते वक्त दर्द या जलन का एहसास होना
  • पेशाब या स्पर्म से खून निकलना
  • कमर, कूल्हों या पेल्विस में दर्द होना जो आसानी से ठीक नहीं होता
  • इजैकुलेशन में दर्द होना

वैसे तो ये लक्षण प्रोस्टेट संबंधी अन्य समस्याओं में भी नजर आते हैं, इसीलिए इस स्थिति में बिना देरी किये जाँच करा लेना बेहतर होता है। 

रिस्क फैक्टर्स जो बढ़ाते हैं प्रोस्टेट कैंसर का खतरा

कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर्स हैं जो पुरुषों में प्रोस्टेट के लक्षण को बढ़ाकर उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का शिकार बना सकते हैं, जैसे

उम्र: उम्र बढ़ने के साथ-साथ कई पुरुषों में प्रोस्टेट के लक्षण नजर आने लगते हैं। सर्वे की मानें तो 50 साल की उम्र के बाद पुरुषों में इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। 10 में से 6 कैंसर के मामले 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में पाये जाते हैं। 

पारिवारिक इतिहास: अगर किसी के परिवार में प्रोस्टेट कैंसर का इतिहास रहा है तो उस व्यक्ति में भी प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। यानी कि आनुवंशिक कारण से भी व्यक्ति इस बीमारी का शिकार हो सकता है।

डाइट: वैसे तो खानपान और प्रोस्टेट कैंसर का कोई सीधा संपर्क नहीं है लेकिन कुछ सर्वे की मानें तो जो पुरुष डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन ज्यादा करते हैं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ज्यादा मात्रा में कैल्शियम लेने वाले लोग भी इस कैंसर की चपेट में आ सकते हैं। 

मोटापा: कुछ अध्ययनों की मानें तो जो पुरुष मोटापे का शिकार हैं, उनमें भी प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है। कुछ सर्वे में तो ये भी पाया गया है कि मोटापे के कारण एडवांस प्रोस्टेट कैंसर और उससे मौत होने का जोखिम भी बढ़ जाता है। हालांकि, इस विषय पर अभी और रिसर्च करना जरूरी है।

धूम्रपान: धूम्रपान और प्रोस्टेट कैंसर के कनेक्शन को लेकर भी कई सर्वे किये गये हैं। इनमें से कुछ रिसर्च में ये पाया गया है कि धूम्रपान से भी प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। 

अगर आप भी प्रोस्टेट के लक्षण से बचना चाहते हैं, अगर आप भी कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार नहीं होना चाहते तो उपर बताये रिस्क फैक्टर्स से बचने की कोशिश करें। आपकी सतर्कता ही आपको जानलेवी बीमारी से बचा सकती है। 

Sources 1  

Sources 2  

Sources 3  

Sources 4  

Sources 5

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