एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान फिर से बना सकता है आपके दिल को बीमार!
क्या एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान करना आपने नहीं छोड़ा है?
अगर आपका जवाब हाँ है तो इस बात पर आपको गौर करने की जरूरत है क्योंकि यहाँ सवाल आपके दिल का है। एक बात याद रखें जब तक दिल की धड़कन चल रही है, तब तक ही आप जिंदा हैं। जहाँ दिल का धड़कना बंद हुआ वहाँ जीवन भी खत्म हो जाता है। खास तौर पर हार्ट अटैक जैसे मुश्किल दौर से गुजर चुके लोगों को तो हर कदम फूंक-फूंक कर रखना चाहिये। एंजियोप्लास्टी एक बार आपकी जिंदगी बचा सकता है लेकिन हर बार ऐसा हो, ये जरूरी नहीं। अगर आपने एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान करना जारी रखा है तो अभी से सावधान हो जाये वरना आपकी जान भी जा सकती है।
दुनिया में हृदय रोगों का एक बहुत बड़ा कारण है धूम्रपान
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के प्रमुख कारणों में धूम्रपान भी शामिल है। सिगरेट में निकोटिन समेत कई ऐसे हानिकारक केमिकल मौजूद होते हैं जो आपके दिल को बीमार बनाने के लिए काफी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी किये गये एक आंकड़े में ये बताया गया है कि अगर आज से ही लोग धूम्रपान की लत को छोड़ दें तो 1 साल बाद हृदय रोग के मामले 50% तक घट सकते हैं।
एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान करने वाले मरीज सीने में दर्द की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान!
एक सर्वे के मुताबिक एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान करने वालों की तुलना में, धूम्रपान न करने वालों का दिल ज्यादा सुरक्षित रहता है2। दरअसल इस सर्वे में एंजियोप्लास्टी करा चुके 2765 मरीजों को शामिल किया गया था। इन मरीजों को 4 ग्रुप में बांटा गया था -
- पहले ग्रुप में वे मरीज थे जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया।
- दूसरे ग्रुप में एंजियोप्लास्टी प्रक्रिया के ठीक पहले धूम्रपान छोड़ने वाले मरीज शामिल थे।
- तीसरे ग्रुप में उन मरीजों को रखा गया था जिन्होंने एंजियोप्लास्टी के तुरंद बाद धूम्रपान करना छोड़ा।
- आखिरकार चौथे ग्रुप में वे मरीज थे जो एंजियाप्लास्टी के बाद भी धूम्रपान कर रहे थे।
1 साल बाद ये पाया गया कि पहले और दूसरे ग्रुप में शामिल मरीजों में क्रमश: 18.6% एवं 18.2% रोगियों ने सीने में दर्द की शिकायत की। वहीं तीसरे ग्रुप के 21.2% मरीज इस समस्या से परेशान पाये गये। सबसे ज्यादा तकलीफ देखी गयी चौथे ग्रुप के मरीजों में जो एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान लगातार कर रहे थे। इनमें से 30.5% मरीजों ने सीने में दर्द की शिकायत की।
ये आँकड़े साफ-साफ बता रहे हैं कि एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान जारी रखने वाले मरीज सबसे ज्यादा सीने में दर्द की समस्या से परेशान थे। ये सर्वे उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो धूम्रपान जैसी गंदी लत से अपने दिल को बीमार बना रहे हैं।
धूम्रपान ना सिर्फ हृदय की धमनियों में रूकावट पैदा करता है बल्कि शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को भी घटाता है। जब शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होगी तो जाहिर सी बात है आपके दिल पर दबाव बढ़ेगा। दिल के दवाब झेलने की भी एक सीमा होती है। जब यही सीमा पार हो जाती है तो व्यक्ति हार्ट अटैक, सडेन कार्डियक अरेस्ट और न जानें कितनी जानलेवा परिस्थितियों का सामना करता है। एंजियोप्लास्टी ने अगर आपको हार्ट अटैक से बचाया है तो ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपने दिल का खास ख्याल रखें। एंजियोप्लास्टी के बाद धूम्रपान करने का मतलब है खुद अपने जीवन को खतरे में डालना। इसीलिए नादान नहीं बल्कि जागरूक बनें और धूम्रपान को आपकी जान न लेने दें।
Reference
1.2023. WHO - Tobacco responsible for 20% of deaths from coronary heart disease (no date) World Health Organization. World Health Organization. Available at: https://www.who.int/news/item/22-09-2020-tobacco-responsible-for-20-of-deaths-from-coronary-heart-disease (Accessed: April 11, 2023).
2. Jang, J.S., Buchanan, D.M., Gosch, K.L., Jones, P.G., Sharma, P.K., Shafiq, A., Grodzinsky, A., Fendler, T.J., Graham, G. and Spertus, J.A., 2015. Association of smoking status with health-related outcomes after percutaneous coronary intervention. Circulation: Cardiovascular Interventions, 8(5), p.e002226.
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